
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता संजय राउत जेल से बाहर आ गए हैं। जेल से रिहा होने के बाद उनकी पहली प्रतिक्रिया भी सामने आई है। राउत ने कहा है कि हमने कुछ गलत नहीं किया है और मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार संजय राउत मुंबई की आर्थर रोड जेल में बंद थे। शाम करीब पांच बजे राउत के वकीलों ने जमानत आदेश आर्थर जेल रोड पहुंचाया और करीब छह बजकर 50 मिनट पर राउत जेल से बाहर निकले।
जेल से बाहर निकलने पर संजय राउत ने कहा, ‘हमने केस लड़ा और कोर्ट का ऑब्जर्वेशन आया। हमने कुछ गलत नहीं किया है। मुझे किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। मेरी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। मैंने 100 दिन जेल में बिताए हैं, मेरा अपराध क्या था? लोकतंत्र में मतभेज हो सकते हैं।’
बॉम्बे हाई कोर्ट ने कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को एक विशेष अदालत से मिली जमानत पर तत्काल रोक लगाने से बुधवार को इनकार कर दिया। अदालत ने कहा कि वह इस तरह का आदेश दोनों पक्षों को सुने बिना नहीं पारित कर सकती। संजय राउत की रिहाई के मुंबई के भांडुप में उनके घर को सजा दिया गया है। जिसकी तस्वीर भी सामने आई है।
गुरुवार को होगी सुनवाई
इसके साथ ही इसने मामले की सुनवाई के लिए गुरुवार का दिन तय किया। एक विशेष अदालत ने राउत और सह-आरोपी प्रवीण राउत की जमानत दिन में मंजूर कर ली थी और शुक्रवार तक इस जमानत आदेश पर रोक का प्रवर्तन निदेशालय का अनुरोध ठुकरा दिया था।
राउत के परिवार से उद्धव ने की बात
जमानत मिलने के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को राउत के परिवार से फोन पर बात की और उन्हें (राउत) ‘एक ऐसा योद्धा करार दिया, जो कभी दबाव के आगे नहीं झुका।’ ठाकरे के एक नजदीकी सूत्र ने बताया कि पार्टी प्रमुख ने राउत की मां और पत्नी से फोन पर बात की और कहा कि वह राउत से जल्द मिलेंगे।