दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब

दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब
– फोटो : ANI

ख़बर सुनें

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। सुबह एक्यूआई 385 दर्ज किया गया। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों की हवा भी बहुत खराब से गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। उधर, एनसीआर के शहरों में भी वायु गुणवत्ता का स्तर बहुत खराब श्रेणी में ही बना हुआ है। हाल फिलहाल इस स्थिति में सुधार के भी कोई आसार नहीं लग रहे हैं।

दिल्ली एनसीआर के लोग पिछले कई दिनों से भीषण प्रदूषण का सामना कर रहे हैं। इस दौरान हवा में प्रदूषक कणों की मात्रा मानकों से लगभग तीन गुना तक ज्यादा बनी हुई है। दिल्ली के वातावरण पर प्रदूषण की मोटी परत भी देखने को मिल रही है। सुबह और शाम के समय खासतौर पर प्रदूषण और धुंध देखने को मिल रही है। 

 

दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो चुका है, सुबह और शाम के समय लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। साथ ही गले में खरास, नाक बहना, सीने में जकड़न जैसी शिकायत हर उम्र में देखने को मिल रही है। वहीं बुजुर्गोँ और बच्चों के साथ दमा व सांस के मरीजों की परेशानी डबल हो गई है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद व अन्य जगहों पर प्रदूषण का स्तर 350 से 370 के करीब ही रहा।

 

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही हैं। ज्यादातर मरीज हार्ट, लंग्स व ब्रेन से जुड़े हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार सोमवार को दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद ही खराब श्रेणी को पार कर गया। दिल्ली में अगले 6 दिनों तक प्रदूषण के स्तर में कोई खास सुधार की उम्मीद नहीं है। दिल्ली में 3 नवंबर को हवाओं की गति में सुधार की उम्मीद है। साथ ही उत्तर-पश्चिम दिशा से दोपहर के समय 12 किमी प्रति घंटे की गति चल सकती है जिससे प्रदूषण के स्तर में कुछ सुधार हो सकता है। बोर्ड के अनुसार पंजाब व हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं।

 

ठंड के साथ बढ़ेगा प्रदूषण का स्तर
दिल्ली में आने वाले दिनों में प्रदूषण से राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। 4 नवंबर तक दिल्ली में सुबह के समय धुंध छाए रहने की उम्मीद है। वहीं 5 नवंबर से अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है। 

विस्तार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में बनी हुई है। सुबह एक्यूआई 385 दर्ज किया गया। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों की हवा भी बहुत खराब से गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई। उधर, एनसीआर के शहरों में भी वायु गुणवत्ता का स्तर बहुत खराब श्रेणी में ही बना हुआ है। हाल फिलहाल इस स्थिति में सुधार के भी कोई आसार नहीं लग रहे हैं।


दिल्ली एनसीआर के लोग पिछले कई दिनों से भीषण प्रदूषण का सामना कर रहे हैं। इस दौरान हवा में प्रदूषक कणों की मात्रा मानकों से लगभग तीन गुना तक ज्यादा बनी हुई है। दिल्ली के वातावरण पर प्रदूषण की मोटी परत भी देखने को मिल रही है। सुबह और शाम के समय खासतौर पर प्रदूषण और धुंध देखने को मिल रही है। 

 


दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो चुका है, सुबह और शाम के समय लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। साथ ही गले में खरास, नाक बहना, सीने में जकड़न जैसी शिकायत हर उम्र में देखने को मिल रही है। वहीं बुजुर्गोँ और बच्चों के साथ दमा व सांस के मरीजों की परेशानी डबल हो गई है। गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, गाजियाबाद व अन्य जगहों पर प्रदूषण का स्तर 350 से 370 के करीब ही रहा।

 


दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण स्तर के कारण अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही हैं। ज्यादातर मरीज हार्ट, लंग्स व ब्रेन से जुड़े हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार सोमवार को दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद ही खराब श्रेणी को पार कर गया। दिल्ली में अगले 6 दिनों तक प्रदूषण के स्तर में कोई खास सुधार की उम्मीद नहीं है। दिल्ली में 3 नवंबर को हवाओं की गति में सुधार की उम्मीद है। साथ ही उत्तर-पश्चिम दिशा से दोपहर के समय 12 किमी प्रति घंटे की गति चल सकती है जिससे प्रदूषण के स्तर में कुछ सुधार हो सकता है। बोर्ड के अनुसार पंजाब व हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं।

 

ठंड के साथ बढ़ेगा प्रदूषण का स्तर

दिल्ली में आने वाले दिनों में प्रदूषण से राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। 4 नवंबर तक दिल्ली में सुबह के समय धुंध छाए रहने की उम्मीद है। वहीं 5 नवंबर से अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट हो सकती है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *