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– फोटो : PTI
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दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल कारों पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया है। इससे दिल्ली में पंजीकृत पांच लाख वाहन मालिकों को राहत मिलेगी। वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी के बाद गंभीर स्तर पर पहुंचने के बाद केंद्रीय वायु गुणवत्ता आयोग (सीएक्यूएम) के निर्देश पर ऐसे वाहनों के चलने पर पाबंदी लगाई गई थी।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक सोमवार से बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहन सड़कों पर चल सकेंगे। पाबंदी लगाने के बाद से लगातार टैक्सी यूनियनों की तरफ से सरकार से पाबंदी को हटाने की मांग की जा रही थी। दिल्ली में पांच लाख से अधिक बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहन पंजीकृत हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली में हवा का स्तर अब भी खराब है। पराली दिल्ली की हवा को खराब कर रही है। केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, बीते 24 घंटे में पराली जलाने से दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में इसकी हिस्सेदारी 24 फीसदी रही है। वहीं, पीएम 2.5 से बड़े कणों की पीएम 10 में 57 फीसदी हिस्सेदारी रही। पीएम 10 का स्तर 220 व पीएम 2.5 का स्तर 122 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर रिकॉर्ड किया गया। सामान्य तौर पर पीएम 2.5 का स्तर 60 व पीएम 10 का स्तर 100 माइक्रोमीटर से कम होने पर सुरक्षित श्रेणी में माना जाता है।
पंजाब में जल रही सबसे अधिक पराली
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के मुताबिक, पराली जलने की सबसे अधिक घटनाएं पंजाब में दर्ज हो रही हैं। बीते 24 घंटे में पंजाब में 2175 जगहों पर पराली जलने की घटनाएं दर्ज हुई हैं। वहीं, हरियाणा में 132, उत्तर प्रदेश में 102, मध्यप्रदेश में 773 और राजस्थान में 63 जगहों पर पराली जलने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं।
दिल्ली में एक भी स्थान पर पराली नहीं जली है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि एक तरफ पराली जल रही है और दूसरी तरफ हवा भी उत्तर-पश्चिम की दिशा से आ रही है। हालांकि, स्थानीय स्तर पर बनी हुई अनुकूल मौसमी परिस्थितियों की वजह से दिल्ली-एनसीआर की हवा अधिक नहीं बिगड़ रही है।