
Salman khurshid: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने शनिवार को लखनऊ के सहकारिता भवन में आयोजित एक सेमिनार में अपनी ही पार्टी पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी कहती है कि हमें दिखाओं कि तुम्हारी कौम तुम्हारे साथ है। हम कहते हैं कि हमें कहां का रखा आपने कि हम दिखा सकें कि हमारी कौम हमारे साथ है। उन्होंने पिछले विधान सभा चुनाव में यूपी में कांग्रेस के सिर्फ दो उम्मीदवारों की जमानत बचने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि हमारी पार्टी कहती है कि जीतने वाले उम्मीदवार लाओ, अब पार्टी ही बताए कि हम जीतने वाले उम्मीदवार कहां से लाएं। सपा डंके की चोट पर कहती है कि यादव हमारे साथ है मगर हम तो यह भी नहीं कह सकते हैं कि मुसलमान हमारे साथ है। हम लोग तो रिजेक्टेड लीडर हैं।
इसके पहले सेमिनार को सम्बोधित करते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने मौजूदा शासनतंत्र और उसकी नीतियों पर चोट करते हुए कहा है कि आज चुनाव जीतने के लिए राम रहीम जैसे गुंडों को छोड़ा जा रहा है। क्योंकि बड़ी तादाद में लोग उनके साथ हैं। उन्होंने कहा कि यह वतन किसी एक का नहीं हम सबका है। उन्होंने कहा कि आज मुश्किल वक्त है, मायूसी है लेकिन मुसलमान सिर्फ अपने बारे में ही नहीं सोंचें। सब्र रखना होगा।
अपने भाषण के दौरान फारुख भावुक होकर रो पड़े। अपने पिता शेख अब्दुल्ला को याद करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी धार्मिक पक्षपात नहीं किया। पाकिस्तान में शामिल होने के लिए जब मोहम्मद अली जिन्ना ने बात की तो शेख अब्दुल्ला का जवाब था कि हमारे साथ तमाम हिन्दू, सिख और अन्य जातियों के लोग हैं वह कहां जाएंगे? मुसलमानों को हर हाल में तालीम हासिल करने की सीख देते हुए उन्होंने बरेलवी, देवबंदी जैसे अलग-अलग धार्मिक समूहों में बंटने के बजाए एकजुट होने की अपील की।